जमशेदपुर :शहर के साकची शीतला मंदिर के पास गत शुक्रवार को सुबह में दो लोगों साकची पेनार रोड निवासी कारोबारी अशोक अग्रवाल व सुरक्षा एजेंसी गार्ड राजकिशोर की जान लेनेवाला सनकी लावारिश सांड़ कुत्ता काटने से होनेवाली बीमारी रेबिज से पीड़ित था.
इस घटना 24 घंटे के भीतर ही उस सांड़ की भी मौत हो गई थी. अब उसकी मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. मौत का कारण रेबिज से पीडि़त होना बताया गया है. चार डॉक्टरों की टीम ने यह पोस्टमार्टम किया, वैसे सांड़ की मौत के लक्षणों के आधार पर डॉक्टरों ने पहले ही सांड़ के रेबिज होने की आशंका जताई थी.
बताते चलें कि दो लोगों की जान लेनेवाले सांड़ को सांड़ को काबू में करने के लिए बेहोशी का इंजक्शन दिया गया था और फिर कलियाडीह गौशाला में भेज दिया गया था. शुक्रवार व शनिवार की दरम्यानी रात में सांड़ की गौशाला में ही मौत हो गई थी.
जानिए क्या होता है रेबिज
रेबिज एक वायरल रोग है जो इंसान के अलावा स्तनधारियों (गाय-बैल-भैंस-भैसा) को भी हो सकता है. इसमें रोगी के व्यवहार में बदलाव अधिक उत्तेजना, पागलपन, पक्षघात व मौत हो जाती है. यह विषाणु मनुष्यों और पशुओं के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी सहित केन्द्रीय तंत्र को प्रभावित करता है. इस प्रक्रिया में औसतन एक से तीन माह लगते हैं परन्तु कभी-कभी कुछ दिन व कुछ साल भी लग जाते हैं.
गाय/भैंस में रेबीज के लक्षण
— पशु अस्थिर अवस्था में लडख़ड़ाया नजर आता है, पशु अन्य पशुओं या दीवार से टकरा जाता है.
–हल्का तापमान, अस्वस्थता, भूख का कम लगना व दूध उत्पादन में कमी.
–कान का बार-बार कांपना व हिलना.
– मुख की मांसपेशियों के पक्षाघात के कारण पशु मुंह खुला रखता है मानो कोई चीज फंसी हो तथा अधिक लार गिराता व दांत पीसता है.
–पशु को कुछ निगलने व पानी पीने में तकलीफ होती है व बिना आवाज रंभाने की कोशिश करता है।
–स्वर रज्जू में पक्षाघात के कारण मुंह से कर्कश आवाज निकलती है.
– पशुओं में यौन इच्छा बढ़ जाती है, बार-बार पेशाब करते हैं, गाय व भैंस गर्मी के लक्षण प्रकट करती है जबकि सांड गाय व भैंस पर चढ़ता है.
ये लक्षण 1-3 दिन चलते हैं बाद में जल्दी ही तेज पक्षाघात के कारण कुछ ही घंटों में पशु की मौत हो जाती है.