जमशेदपुर: देश को पहला निजी स्टील कारखाना देने व आठ घंटे की ड्यूटी की पहली बार शुरुआत करनेवाले जेएन टाटा के शहर जमशेदपुर के नाम एक और रिकार्ड दर्ज होने जा रहा है. यहां भारत का पहला डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनने जा रहा है जिसका ऑनलाइन शिलान्यास 23 मार्च के ऐतिहासिक दिन को केंद्रीय सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में किया.
पारडीह काली मंदिर के पास से बालिगुमा तक बननेवाले इस 10 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो जाने पर मानगो का विकास नए रूप में दिखेगा. एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने पर करीब दो हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में बनने वाला डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर देश का पहला डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर होगा. यह देश में नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी छाप छोड़ेगा. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर के ट्रैफिक को देखते हुए अगले 50 वर्षों का खाका तैयार कर इसका निर्माण किया जा रहा है.
10 सडक़ परियोजनाओं का किया शिलान्यास
गुरुवार को नितिन गडकरी ने गोपाव मैदान के कार्यक्रम में जमशेदपुर समेत आस पास के लोगों के लिए 3800 करोड़ रुपए से अधिक की 10 सडक़ परियोजनाओं का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया.

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि किसी भी राज्य में इंस्डस्टी को लाने के लिए वाटर, पावर, रोड और कम्युनिकेशन जरूरी है. जब से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से इस क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जा रहा है, झारखंड में पहले 200 से 250 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग था, जो अब बढक़र 4000 किलोमीटर सेअधिक हो गया है.
गडकरी ने कहा देश के विकास में झारखंड का बहुत बड़ा योगदान है. झारखंड में सडक़ निर्माण ने यहां उद्योग की संख्या बढ़ेगी जिससे रोजगार बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि विकास के लिए वाटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन को जरूरत होती है जो झारखंड के जमशेदपुर में है.
गोपाल मैदान के कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो, सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा, एनएचएआई के टेक्निकल मेंबर महादेव सिंह, एनएचएआई के चीफ जनरल मैनेजर, सीजेएम एसके मिश्रा, एएस कपूर, स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर एके दास के अलावा अन्य अतिथि मौजूद रहे,