जमशेदपुर: शहर के बिष्टुपुर ओ रोड स्थित सांसद विद्युत वरण महतो के कार्यालय पर रविवार को सुबह में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. दोनों पक्षों में जमकर हाथापाई हुई. नारेबाजी भी. कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने बर्तन बजाकर अपने विरोध का इजहार किया. गनीमत रही कि इस भिड़ंत के तुरंत बाद बिष्टुपुर थाना पुलिस पहुंच गई और बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को अलग किया. हालांकि इससे भी बात नहीं बनी और कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता वहीं सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. समाचार लिखे जाने तक कांग्रेसियों का विरोध प्रदर्शन जारी था

बताया जाता है कि त्रिपुरा में राज्य कांग्रेस के प्रभारी और जमशेदपुर के पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार पर हुए हमले से आक्रोशित कांग्रेसी कार्यकर्ता रविवार सुबह सांसद विद्युत महतो के कार्यालय पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. वे लोग डॉक्टर अजय पर हुए हमले के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. एक दिन पहले कांग्रेसियों ने इस हमले के विरोध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जमशेदपुर में पुतला दहन कर अपने आक्रोश का इजहार किया था.
सांसद कार्यालय के समक्ष कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व जमशेदपुर महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनकर कर रहे थे उनके साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम था. उधर भाजपाई भी अपने महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव की अगुवाई में टाइप थे. नारेबाजी व हाथापाई करने में कोई पक्ष अपने को कमजोर देखना नहीं चाहता था.

कांग्रेसियों का कहना था कि प्रजातंत्र में विरोध जताना संवैधानिक हक है इस नाते वे लोग सांसद कार्यालय के सामने विरोध प्रकट करने जुटे जबकि भाजपाइयों का कहना था कि कांग्रेसी बिना पूर्व सूचना के सांसद कार्यालय के समक्ष पहुंचकर अराजकता फैलाने लगे भाजपाइयों के अनुसार कांग्रेसियों ने अमर्यादित, अशोभनीय और संसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया जिसका उन लोगों ने कड़ा विरोध किया.