जमशेदपुर : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी कैट ने आरोप लगाया कि सारे नियम कानून छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए ही है. ऑनलाइन काम करने वाली ई-कॉमर्स कंपनियां नियम कानून के दायरे में नहीं आती है. ऐसे में ई-कॉमर्स कंपनियों के चलते भारत देश में विषमता बढ़ चुकी है.
इस विषमता के विरोध में कैट द्वारा ई-कॉमर्स कंपनियां ऐमेज़ॉन , फ्लिपकार्ट , स्नैपडील का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया गया है. साथ ही सरकार से मांग की है कि इन छोटे व्यापारियों को भी ऑनलाइन व्यापार करने की अनुमति प्रदान की जाए.
कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने बताया कि जिस तरह से होलिका दहन कर पूरे वातावरण को शुद्ध किया जाता है ठीक इसी प्रकार से आज ई-कॉमर्स कंपनियों का पुतला दहन कर छोटे व्यापारी अपने व्यापार जगत को शुद्ध करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश भर में 300 जगहों पर पुतला दहन कार्यक्रम कर अपनी बातों को रखा जा रहा है.