जमशेदपुर: साकची स्थित बसंत सिनेमा के पास स्थित मंंदिर से संबंधित विवाद के दौरान सरकारी कार्य को बाधित करने से संबंधित मामले में चिंटू सिंह को जमानत मिल गयी है.
उल्लेखनीय है कि मंदिर प्रकरण मामले में चिंटू सिंह के साथ विवाद क्रम में मंदिर निर्माण के समय चिंटू सिंह की पुलिस अधिकारी से बहस हो गई थी. जिला प्रशासन ने सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया था.
उस मामले में आज चिंटू सिंह को साकची थाना गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में प्रस्तुत किया.
लेकिन अधिवक्ता प्रकाश झा, सीबी ओझा, राजेश जयसवाल, प्रभात शंकर तिवारी, आनंद ओझा, पप्पू उपाध्याय, पावन तिवारी आदि ने जमानत की अर्जी लगाई और आखिरकार चिंटू सिंह को जमानत मिल गयी.
इस संबंध में चिंटू सिंह ने कहा कि मंदिर विवाद मुद्दे पर वेवजह लोग परेशान कर रहे हैं और इस तरह के घृणित कार्य करने वाले लोग हिंदू और मंदिर विरोधी हैं.
उन्होंने कहा कि लोग झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर मुझे और हिंदू समर्थन में खड़े होने वाले बदनाम करने और जेल भेजवाने की गंदी साजिश कर रहे हैं, लेकिन मुझे आस्था पर पूर्ण विश्वास है और सत्य की जीत हुई है.
इससे पूर्व, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में चिंटू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था.
जमशेदपुर के साकची स्थित बसंत सिनेमा के पास प्रशासनिक अधिकारी के साथ धक्का-मुक्की करने के आरोप में सनातन उत्सव समिति के अध्यक्ष हरजीत सिंह उर्फ चिंटू सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
बुधवार को साकची पुलिस चिंटू सिंह को लेकर मेडिकल के लिए एमजीएम अस्पताल पहुंची, जहां हिंदू संगठन के लोग भी पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
मेडिकल के बाद पुलिस ने चिंटू सिंह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
बता दे कि 9 दिसंबर को बसंत सिनेमा के पास हनुमान मंदिर की ढलाई का कार्य हो रहा था. इसी बीच रात 11 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और ढलाई कार्य रोकने को कहा. इसी बीच विवाद में प्रशासन के साथ धक्का मुक्की भी की गई. देर रात 1 बजे पुलिस ने लाठी चार्ज भी कर दी थी. इसी मामले को लेकर चिंटू सिंह व अन्य पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कराया गया था.