‘आफताब’ भारत में ही नहीं हैं, बांग्लादेश में भी हैं! बांग्लादेश में अबू बकर ने प्रेमिका कविता रानी की हत्या और लाश को टुकड़े करके पन्नी में भरकर फेंका

दिल्ली में अभी लोग श्रद्धा वाले मामले से उबरे भी नहीं हैं कि और भी न जाने कितनी हत्याओं की बातें सामने आ रही हैं। यह क्यों हो रहा है और कैसे हो रहा है, कुछ भी नहीं समझ में आ सकता है। अभी भारत में पुलिस इस बात की जांच ही कर रही है कि कैसे यह सब हुआ है तो वहीं बांग्लादेश से भी ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें एक हिन्दू लड़की को उसके प्रेमी ने मार डाला और फिर उसकी लाश के टुकड़े टुकड़े करके डाल दिए।

While India reels from Aaftab’s blood curdling crime, in Bangladesh similar horror as Abu Bakar Siddiqui cut his partner Kavita Rani into many pieces. Police recovered her body parts and decapitated head from a drain.

— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) November 16, 2022

अबूबकर सिद्दीकी ने अपनी हिन्दू प्रेमिका के शरीर को को टुकड़ों में काट डाला और उसके सिर और उसके दोनों ही हाथों को प्लास्टिक पोलीथिन में लपेटकर नाले में फेंक दिया। यह खुलना की घटना है

Abu Bakar Siddiqui cut the body of his Hindu lover Kavita Rani into three pieces and cut off her head and both hands wrapped in plastic polythene and threw it into the drain. The incident took place in Khulna, Bangladesh. pic.twitter.com/Y129SnB4dp

— Voice Of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VoiceOfHindu71) November 16, 2022

इस घटना में मजे की बात यह है कि अबू बकर की जो लिव इन पार्टनर है, वह भी हिन्दू ही है। मीडिया के अनुसार अबू बकर ढाका में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। वह पिछले 4 सालों से गोबरचका (Gobarchaka) एरिया में अपनी हिंदू प्रेमिका सपना (Live in Relation) के साथ एक किराये के मकान में रह रहा था। सपना एक कंपनी में नाइट करती थी। उसकी गैर-हाजिरी में अबू बकर ने एक दूसरी हिंदू लड़की कविता रानी के साथ दोस्ती गांठ ली और रात में उसे कमरे पर बुलाकर संबंध बनाए।

अर्थात जो उसकी वर्तमान प्रेमिका है वह भी हिन्दू है और उसने अतिरिक्त सम्बन्ध जिसके साथ बनाए वह भी हिन्दू।

हिन्दू लडकियां बहुत ही सरल निशाना होती हैं, क्योंकि हिन्दुओं का अपना कोई विमर्श नहीं है। हिन्दुओं का अपना यह विमर्श नहीं है कि उनकी लड़कियों के साथ दरअसल धर्म के प्रति घृणा के आधार पर ही अपराध हो रहे हैं।

पांच नवम्बर की रात ही वह क्षण था जब कविता रानी की बहस अबू बकर से हुई और उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

मामला तब प्रकाश में आया जब आरोपी अबूबकर काम पर नहीं पहुंचा और उसका फोन बंद आया। वह जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता है, तो उसके मालिक ने उसके घर पर किसी को भेजा और वहां पर ताला लगा मिला। लोगों को संदेह हुआ और मकान मालिक के पास सूचना भेजी गयी। स्थिति संदिग्ध होने पर मकान मालिक राजू ने पुलिस को सूचना दी। और जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो वहां का दृश्य देखकर लोग हैरान रह गए। वहां पर एक पन्नी में हिन्दू महिला की सिर कटी लाश मिली।

परन्तु लाश के हाथ गायब थे और फिर जब नाले की जांच की गयी तो उसमें मांस के टुकड़े और हड्डियां मिलीं

मीडिया के अनुसार पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अबू बकर और उसकी लिव-इन पार्टनर सपना चार साल से गोबरचक चौराहा नंबर 1 में मकान मालिक राजू के घर में पति-पत्नी के रूप में रह रहे थे। सपना शहर के प्रिंस अस्पताल में नर्स का काम करती हैं। पहले से इन रिलेशनशिप में होने के बावजूद अबु ने कविता को अफेयर में फंसा लिया।

यह कितना हृदय विदारक है कि हिन्दू लड़कियों के लिए न ही बांग्लादेश, न ही भारत और न ही पाकिस्तान सुरक्षित है। जहां पाकिस्तान में आए दिन यह घटनाएँ सामने आती रहती हैं कि कैसे लड़कियों का अपहरण और जबरन निकाह कर दिया जाता है, तो वही बांग्लादेश से भी हिन्दू लड़कियों के साथ यौन दुर्व्यवहार आदि की शिकायतें आती रहती हैं।

भारत में तो लव जिहाद ने अपना प्रचंड रूप धारण कर ही रखा है। श्रद्धा और आफताब का मामला इन दिनों सभी की जुबां पर है और साथ ही निधि और सूफियान का भी! सूफियान पकड़ा गया है, और आफताब हर दिन अपने बयान बदल रहा है।

प्रश्न यही उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? क्योंकि हिन्दू लड़कियों की जान इतनी सस्ती हो गयी है कि कोई भी आफताब, कोई भी सूफियान और कोई भी अबू बकर उनकी जान बिना किसी अपराधबोध के ले लेता है। उन्हें यह लगता ही नहीं है कि जिन्हें वह मार रहे हैं, दरअसल वह भी किसी की आस या उम्मीद हो सकती हैं? जिन्हें वह अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं, वह भी दरअसल कई सपनों से भरी हुई हो सकती हैं?

आखिर ऐसी क्या मानसिकता है जो उन्हें काफिर औरतों के प्रति इस हद तक अनुदार बना देती है? क्योंकि कई प्रश्न उठते हैं कि आखिर सूटकेस से हिन्दू लडकियां ही क्यों मिलती हैं? परन्तु फिर वह भी घटनाएं स्मरण आती हैं जिसमें सीयद महिला का खून इस कारण कर दिया जाता है क्योंकि उसने फ़कीर लड़के से प्यार किया?

यह कैसी जिद्द है? एक हिन्दू लड़के से प्यार करने पर या तो मुस्लिम लड़की की हत्या उसके घरवाले कर देते हैं जैसा हाल ही में गोंडा में देखा गया था या फिर लड़के को मार डाला जाएगा!

यह कैसी वर्चस्ववादी मानसिकता है? यह कैसी मजहबी मानसिकता है, जिसका शिकार हिन्दू और वह लोग हो रहे हैं, जिन्होनें प्यार करने का दुस्साहस कर लिया है!

कविता रानी और श्रद्धा दोनों ही उस छल का शिकार हुई हैं, जिसे गैर मुस्लिम लव जिहाद कहते हैं एवं लिबरल लोग प्यार में धोखा!

(यह स्टोरी हिंदू पोस्ट का है और यहाँ साभार पुनर्प्रकाशित किया जा रहा है। )

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