राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तीनों ने एक सुनियोजित साजिश के तहत अपने सोशल नेटवर्किंग हैंडल पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जमशेदपुर के पूर्व सांसद अजय कुमार के बयान को गलत तरीके से पेश किया था
राँची: झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को रांची के कोतवाली थाने में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और बीजेपी नेता प्रीति गांधी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तीनों ने एक सुनियोजित साजिश के तहत अपने सोशल नेटवर्किंग हैंडल पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जमशेदपुर के पूर्व सांसद अजय कुमार के बयान को गलत तरीके से पेश किया था। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर अपलोड किया गया है। प्रसाद ने कहा कि यह अजय कुमार और कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने के लिए किया गया था और कांग्रेस को आदिवासी विरोधी के रूप में चित्रित करने की कोशिश की गई थी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रपति जैसे प्रतिष्ठित पद के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की मंशा और अजय कुमार की छवि खराब करने की कोशिश की गई है। बीजेपी ने ऐसा करके आदिवासी समाज का अपमान किया है। वहीं द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया गया है। डॉ. कुमार ने अपने बयान की शुरुआत में ही राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों की तारीफ की थी। लेकिन इस बयान को हटा दिया गया है और संपादित संस्करण को भाजपा नेताओं के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट कर दिया गया है जो आईपीसी की धारा 153-ए 415, 469,499,500 और 505 (2) के तहत अवैध है। इसके चलते भाजपा नेताओं ने झारखंड, ओडिशा और अन्य राज्यों में अजय कुमार और कांग्रेस पार्टी के पुतले जलाए।
प्रसाद ने कहा कि भाजपा की राजनीतिक दुश्मनी और आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा के कारण आदिवासी समाज में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए, इसलिए कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का आदिवासी सशक्तिकरण या उत्थान से कोई लेना-देना नहीं है, चुनावी फायदे-नुकसान के तहत इसे किसी भी समाज या धर्म से जोड़कर सिर्फ ध्रुवीकरण का खेल एक आदत बन गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अमित मालवीय इस तरह की हरकतें करते रहते हैं, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संवैधानिक पद पर बैठकर ऐसा अवैध कार्य किया है।