द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ बयान से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. अजय कुमार का पुतला फूँका

जमशेदपुर:एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के सम्बंध में जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार द्वारा दिए गए विवादित टिप्पणी के खिलाफ भाजपाइयों ने मोर्चा खोल दिया है।

डॉ. अजय कुमार ने श्रीमती मुर्मू पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि यशवंत सिन्हा बहुत अच्छे प्रत्याशी हैं। द्रौपदी मुर्मू का स्वभाव भी बहुत शालीन है, लेकिन वे भारत की ‘ईविल फिलॉसफी’ (बुराई की विचारधारा) का प्रतिनिधित्व करती हैं। हमें द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी प्रतीक नहीं बनाना चाहिए।

उनके इस बयान पर भाजपाई आक्रोशित हो उठे और उन्होंने इसे आदिवासी महिला के अपमान से जोड़ते हुए डॉ. कुमार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है।

इसी क्रम में गुरुवार को जमशेदपुर महानगर भाजपा की ओर से डॉ. अजय कुमार का पुतला फूंक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।

इस संबंध में जानकारी देते हुए पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने बताया कि कांग्रेस शुरू से ही आदिवासियों एवं महिलाओं का शोषण करती रही है। जब तक डॉ अजय कुमार माफी नहीं मांगते कांग्रेस एवं डॉ कुमार का भाजपा विरोध करती रहेगी।

वहीं जमशेदपुर महानगर भाजपा प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू ने इसे कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी की साजिश बताया और कहा कि उन्हीं के इशारे पर डॉ अजय कुमार ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है।

उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस, श्रीमती गांधी, राहुल गांधी एवं डॉ अजय कुमार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते हैं, कांग्रेसियों का विरोध जारी रहेगा।

BJP workers protest Dr. Ajoy Kumar’s statement against Droupadi Murmu in Jamshedpur.

 

 

 

 

 

यह भी पढ़ें

अभिमत

सरकार-के-कदमों-से-भारतीय-इस्पात-उत्पादन-और-निर्यात-को-बढ़ावा-मिला-है:-कुलस्ते

सरकार के कदमों से भारतीय इस्पात उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा...

सरकार द्वारा इस्पात उत्पादन और निर्यात को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई उपाय किए गए हैं, जो भारतीय इस्पात उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. DESK- केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस्पात उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार
हदओ-क-सत-परथ-पर-शरम-कय-नह-आन-चहए?-शरम-क-सधन-य-गलत-समझ-जन-वल-परपर?-–-टउन-पसट

हिंदुओं को सती प्रथा पर क्या शर्मिन्दा नहीं होना चाहिए? सुनिए...

0
पद्मश्री डॉ. मीनाक्षी जैन सती प्रथा के ऐतिहासिक संदर्भ, चुनौतीपूर्ण आख्यानों और भ्रांतियों को दूर करने पर प्रकाश डालती हैं।

लोग पढ़ रहे हैं

Feel like reacting? Express your views here!

यह भी पढ़ें

आपकी राय

अन्य समाचार व अभिमत

हमारा न्यूजलेटर सब्सक्राइब करें और अद्यतन समाचारों तथा विश्लेषण से अवगत रहें!

Town Post

FREE
VIEW