जमशेदपुर: गोवर्धन मठ, पुरी के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती रविवार को हिन्दू धर्मसभा में भाग लेने जमशेदपुर पहुंचे.
इससे पूर्व मीडिया से मुखातिब होते हुए जगतगुरु ने वैदिक सिद्धांतों को जीवन के लिए प्रतिपादित अबतक के सभी सिद्धांतों से उत्तम बताया. उन्होंने बताया कि हमारे सिद्धांत विज्ञान और वैज्ञानिकों के लिए अकाट्य हैं. उन्होंने कहा कि शायद ही किसी अन्य धर्म के ग्रंथों में किसी नीति और सिद्धांत का जिक्र हो, जबकि श्रीमद्भागवत के 700 श्लोक और ऋग्वेद के मंत्र ही पूरी सृष्टि के सृजन से लेकर संवर्धन की प्रक्रिया का ज्ञान कराने के लिए पर्याप्त हैं.
उन्होंने बताया कि वैदिक मैथमेटिक्स के माध्यम से जो पढ़ाई विश्वविद्यालय में छात्र 14 वर्षों की साधना में पूरी करते हैं, उसे महज 3 घंटे की साधना करके 1 साल में साधक प्रकांड विद्वान बन सकते हैं.
उन्होंने कहा कि इस तथ्य को कोई काट नहीं सकता है. वैदिक मैथमेटिक्स के अध्ययन से सहयोगी, साधक, समय, सामग्री और क्षमता की बचत की जा सकती है.
जगतगुरु ने बताया कि वैदिक मैथमेटिक्स के 1457 पन्नों को उन्होंने 25 पुस्तकों के माध्यम से अनुवादित किया है, जिसका लोकार्पण छत्तीसगढ़ में होना है.
जगतगुरु शंकराचार्य ने वर्तमान में चल रहे ज्ञानव्यापी और नूपुर शर्मा मामले के सवाल पर सीधे तौर पर भारत के विभाजन और विभाजन पश्चात की संरचना की आलोचना करते हुए कहा दोनों में केवल त्रुटियां ही त्रुटियां हैं जिसका परिणाम है कि आज देश में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है. उन्होंने फिर से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग भी उठायी.
इससे पूर्व रेल मार्ग से टाटानगर पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य का हिंदूवादी संगठनों ने भव्य स्वागत किया.
कड़ी सुरक्षा के बीच जयकारा लगाते हुए स्वामी जी को ट्रेन से उतारकर श्रद्धालु मानगो डिमना रोड शिव धाम चंद्रावती नगर ले गए, जहां हिंदू राष्ट्र एवं भव्य भारत निर्माण विषय पर सम्मेलन होना है.
इधर स्वामी के आगमन को लेकर ट्रेन के साथ स्टेशन के चप्पे- चप्पे पर सुरक्षा जवानों की चौकसी थी.
सौ से ज्यादा कारों व बाइक के काफिले में श्रद्धालु स्वामी जी को सम्मेलन स्थल पर जयकारे के साथ पहुंचाया गया.
पुलिस के जवानों के साथ-साथ पूर्व सैनिक सेवा परिषद के जवान भी बाइक से उन्हें एस्कॉर्ट करते नजर आये.