मानगो पुल से गुजरना हो तो अतिरिक्त समय लेकर चलें. कभी भी फंस सकते जाम में, जानिए क्या है कारण

जमशेदपुर : यदि आप जमशेदपुर में स्वर्णरेखा नदी पर बने मानगो पुल (जयप्रकाश सेतु) से आवाजाही करने जा रहे हैं तो कुछ अतिरिक्त समय लेकर चलिएगा क्योंकि पता नहीं कब पुल पर जाम लग जाए और आप उसमें फंस जाएं.
दरअसल 1995 में बने मानगो नए पुल की मरम्मत का काम 28 मार्च से विधिवत शुरू हुआ है. निर्माण के बाद पहली बार पुल की मरम्मत की जा रही है. इस कारण यातायात की व्यवस्था में बदलाव किया गया है. पुल से सुबह से रात 11 बजे तक बड़े वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया है. नए पुल के एक हिस्से से सिर्फ साकती की ओर दो-तीन या चार पहिए वाहनों से जाया जा सकता है. पुराने पुल से साकची की ओर से मानगो जाया जा सकता है.
साकची से मानगो जाने के लिए बस स्टैंड गोलचक्कर होकर जाने की मनाही है. आपको मैरिन ड्राइव पर महाराणा प्रताप गोलचक्कर से मुडकर छोटा पुल होते हुए मानगो की ओर जाना होगा.
जिला प्रशासन की निगरानी में पुल की मरम्मत का काम जुस्को की ओर से किया जा रहा जिसे एक महीने में पूरा हो जाने की संभावना है.
वैसे सोमवार को मरम्मत कार्य की शुरुआत के साथ ही यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई. सुबह करीब 10 बजे से दिन तीन बजे तक पुल पर जाम की स्थिति रही. उस दौरान यातायात पुलिस भी असहाय दिख रही थी.

जाम के कारण प्रचंड गर्मी के बीच स्कूली छात्र- छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं ऑफिस के लिए सुबह घरों से निकलने वाले घंटों जाम में फंसे रहे.
माना जा रहा कि मरम्मत कार्य के दौरान कभी भी पुल जाम हो जाने की स्थिति बन सकती है जैसा सोमवार को देखने को मिला था. वैसे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने यातायात पुलिस उपाधीक्षक कम किशोर से ऐसी व्यवस्था करने की गुजारिश की है जिससे आगे जाम की स्थिति न बन सके. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी सोमवार को पुल मरम्मत कार्य का जायजा लिया. यह पुल बन्ना के विधानसभा क्षेत्र में ही पड़ता है.
दूसरी ओर यातायात पुलिस उपाधीक्षक कमल किशोर खुद मानगो पुल पर डटे रहे. उनका प्रयास है कि अब लोगों को जाम की स्थिति का सामना नहीं करना पड़े.

यह भी पढ़ें

अभिमत

सरकार-के-कदमों-से-भारतीय-इस्पात-उत्पादन-और-निर्यात-को-बढ़ावा-मिला-है:-कुलस्ते

सरकार के कदमों से भारतीय इस्पात उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा...

सरकार द्वारा इस्पात उत्पादन और निर्यात को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई उपाय किए गए हैं, जो भारतीय इस्पात उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. DESK- केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस्पात उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार
हदओ-क-सत-परथ-पर-शरम-कय-नह-आन-चहए?-शरम-क-सधन-य-गलत-समझ-जन-वल-परपर?-–-टउन-पसट

हिंदुओं को सती प्रथा पर क्या शर्मिन्दा नहीं होना चाहिए? सुनिए...

0
पद्मश्री डॉ. मीनाक्षी जैन सती प्रथा के ऐतिहासिक संदर्भ, चुनौतीपूर्ण आख्यानों और भ्रांतियों को दूर करने पर प्रकाश डालती हैं।

लोग पढ़ रहे हैं

Feel like reacting? Express your views here!

यह भी पढ़ें

आपकी राय

अन्य समाचार व अभिमत

हमारा न्यूजलेटर सब्सक्राइब करें और अद्यतन समाचारों तथा विश्लेषण से अवगत रहें!

Town Post

FREE
VIEW