अभय सिंह ने धर्मांतरण रोकनेवालों के खिलाफ किया गया एफआईआर वापस लेने की मांग की।
जमशेदपुर: पिछले दिनों गोलमुरी में धर्मांतरण के मुद्दे पर हुए विवाद के मामले में हिंदू एवं सिख संगठनों के सदस्यों के खिलाफ की गयी प्रशासनिक कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और एक मांगपत्र भी सौंपा।
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर के गोलमुरी में पिछले दिनों चंगाई सभा के जरिये कथित रूप से गरीब और असहाय लोगों के धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आया था। कई हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध करते हुए धर्मांतरण कराने वाले राजू पास्कल के घर पर कथित रूप से तोड़फोड़ की थी और पोस्टर जलाकर विरोध किया था।
प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया था। उसके बाद प्रशासन ने धर्मांतरण का विरोध कर रहे लगभग डेढ़ सौ लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
इसको लेकर शुक्रवार को शहर के सैकड़ों हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर एक मांग पत्र सौंपा।
मांग पत्र के माध्यम से भाजपा नेता अभय सिंह ने जिला प्रशासन से एफआईआर वापस लेने की मांग की।
साथ ही, उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर प्रशासन एफआईआर वापस नहीं लेती है, तो हिंदूवादी संगठन मजबूरन सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर शहर में बंद का आह्वान भी किया जा सकता है।
उन्होंने झारखंड सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि वर्तमान सरकार धर्मांतरण को हवा दे रही है।
उन्होंने कहा कि देश में धर्मांतरण कानून प्रभावी है, मगर झारखंड में इसका खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया जा रहा है।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी जिला प्रशासन से धर्मांतरण पर रोक लगाने और एफआईआर में दर्ज नाम को वापस लेने की मांग की है। इन्होंने भी साफ कर दिया कि अगर जिला प्रशासन धर्मांतरण रोकने वाले लोगों का नाम वापस नहीं लेता है, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा, जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी।